इस बात की परवाह नहीं करना चाहिये कि हम गरीब या कमजोर हैं।
2.
आत्मविश्वास, बिंदास नजरिया और किसी की परवाह नहीं करना दुधारी तलवार है।
3.
अगर हमारे पास अधिक धन नहीं है तो इस बात की परवाह नहीं करना चाहिए।
4.
अजमेर. सूचना के अधिकार कानून की परवाह नहीं करना रेलवे के एक अफसर को भारी पड़ गया है।
5.
“और किसी की परवाह नहीं करना कि इसने देख लिया…तो क्या होगा? या उसने भांप लिया तो क्या होगा?”…
6.
कवियों के अपने रचनाओं को लिखते समय इस बात की परवाह नहीं करना चाहिए कि उस पर उनको प्रतिक्रिया त्वरित मिलेगी कि नहीं।
7.
हथेली पर जान लिये फिरना, मुहावरा मरने की परवाह नहीं करना ये स्वीयंसेवक हथेली पर अपनी जान लिय काम करते हैं ।
8.
“ और किसी की परवाह नहीं करना कि इसने देख लिया … तो क्या होगा? या उसने भांप लिया तो क्या होगा? ” …
9.
खस की टट्टियाँ भी थीं, पंखा भी ; लेकिन गरमी जैसे किसी के समझाने-बुझाने की परवाह नहीं करना चाहती, अपने दिल का बुखार निकालकर ही रहेगी।
10.
लेकिन सरकार परमाणु बिजली को लेकर इतनी उतावली है कि वह “कीड़े-मकोड़ों” की परवाह नहीं करना चाहती जबकि इन्हीं कीड़े-मकोड़ों से उसे हर 5 साल में वोट लेना है।